• Dec 13, 2025
  • NPN Log

    एक माइक्रोसेकंड, सेकंड का दस लाखवां हिस्सा होता है। यह समय का ऐसा समय है जिसे हम गिन नहीं सकते। लेकिन सोलर सिस्टम में सटीक नेविगेशन और कम्युनिकेशन सिस्टम की प्लानिंग करने वाली स्पेस एजेंसियों के लिए यह बहुत ज़रूरी है। साइंटिस्ट्स ने पाया है कि मंगल ग्रह पर घड़ी धरती के मुकाबले 477 माइक्रोसेकंड तेज़ चलती है। आइंस्टीन की जनरल थ्योरी ऑफ़ रिलेटिविटी के अनुसार, कमज़ोर ग्रैविटी और ऑर्बिटल फैक्टर्स इसकी वजह हैं।

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